हमीरपुर। चिट्टा के बढ़ते प्रयोग और परीक्षाओं में नकल के मामलों पर जिला परिषद हमीरपुर का सदन खूब तपा। सदस्यों ने चिट्टा के मामलों पर पुलिस से गंभीरता से कार्य करने का आग्रह किया। सोमवार को जिला परिषद हमीरपुर की त्रैमासिक बैठक अध्यक्ष बबली देवी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सदस्यों की ओर से उठाए गए महत्वपूर्ण मुद्दों पर संबंधित अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की गई। बैठक में चिट्टा के बढ़ते प्रयोग पर चिंता व्यक्त की गई। चिट्टा के मामलों में संतोषजनक कार्रवाई न होने से कुछ सदस्य असंतुष्ट दिखे। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों की अनुपस्थिति से भी सदस्य नाराज दिखे तथा खेद व्यक्त किया गया। अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ संबंधित विभागाध्यक्षों से भी पत्राचार करने की बात की गई। जिला परिषद सदस्य राजकुमारी ने कहा कि ग्राम पंचायत कक्कड़ के गांव में पगलोट में पुली का कार्य नहीं हुआ है। पिछली बैठक में पुली निर्माण कार्य पर संबंधित विभाग ने आश्वासन दिया था लेकिन अभी कार्य नहीं हुआ। संबंधित अधिकारी ने कहा कि टेंडर प्रकिया चली है, जिस पर सदस्य संतुष्ट नहीं हुए।
वहीं अपराधों पर तुरंत कार्रवाई के लिए भोरंज पुलिस की भी तारीफ की गई। जिला परिषद की बैठक में जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने कहा कि जब विद्यार्थियों को पता होता है कि संबंधित व्यक्ति चिट्टा का सप्लायर है तो पुलिस विभाग इससे अनभिज्ञता क्यों रखता है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कई स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं में नकल हो रही है लेकिन इन स्कूलों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। जब नकल के मामलों में संबंधित विभाग की ओर से जवाब आया तो सदस्य जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे। वहीं कंज्याण पंचायत के तहत करीब दो लाख रुपये की राशि श्मशानघाट में बैठने के लिए शैड निर्माण के लिए दी गई थी। जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने कहा कि पूरी राशि का प्रयोग नहीं हुआ है। इस कार्य के निरीक्षण के लिए कमेटी का गठन किया जाए, जिस पर अध्यक्ष बबली ने कार्य के निरीक्षण के लिए कमेटी गठन करने की बात कही। भोरंज में पूर्व सैनिकों के लिए विश्राम गृह बनाने की मांग रखी। पवन कुमार ने कहा कि मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पत्राचार करने का प्रस्ताव रखा गया है।
जिला परिषद अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे सदस्यों की ओर से उठाए गए मुद्दों के प्रति गंभीरता एवं तत्परता दिखाएं। बैठक में एडीएम एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल चौहान ने भी सभी अधिकारियों को तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन जिला पंचायत अधिकारी एवं परिषद की सचिव शशिबाला ठाकुर ने किया।
बैठक के दौरान परिषद के सदस्यों ने सड़क, बिजली, पानी, नशे की समस्या और कई अन्य जनसमस्याओं से संबंधित मुद्दे उठाए। सुजानपुर-संधोल सड़क और भरेड़ी-सरकाघाट सड़क के विस्तारीकरण, ग्राम पंचायत कक्कड़ के गांव फगलोट में पुलिया के निर्माण, ऊना-भोटा-नेरचौक सड़क और अन्य सड़कों के कार्यों एवं मरम्मत को लेकर संबंधित सदस्यों ने विभागीय अधिकारियों से जवाब तलब किया। वहीं भोटा बाईपास सड़क के राजस्व रिकॉर्ड में दुरुस्ती, सड़क किनारे रेहड़ी-फड़ियों को हटाने बारे, ग्वालपत्थर में रेन शेल्टर के निर्माण, रंगस क्षेत्र के गांव नियाटी में अतिक्रमण, सुजानपुर में विभिन्न सिंचाई योजनाओं, जल शक्ति विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन पर चर्चा हुई। सुजानपुर और जंगलबैरी के अस्पतालों की विभिन्न व्यवस्थाओं, पीएचसी धमरोल के निर्माण कार्य, वनों को आग से बचाने के प्रबंधों, पंद्रहवें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि के व्यय, सोलर लाइटों की मरम्मत और कई अन्य कार्यों को लेकर भी परिषद के सदस्यों ने संबंधित अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली।
बैठक में नहीं पहुंचे विभागीय अधिकारी
जिला परिषद की बैठक में अधिशाषी अभियंता एनएच हमीरपुर, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग नादौन, उपनिदेशक बागवानी विभाग सहित अन्य अधिकारी अनुपस्थित रहे। हालांकि संबंधित विभागों से कर्मी आए थे लेकिन अधिकारियों के न आने पर मदों पर सही तरीके से चर्चा ही नहीं हो सकी। चर्चा पर सदस्यों से असंतुष्टता जाहिर की।