कुल्लू अग्निकांड: राख में तब्दील आशियाने, सर्द रातों में 136 से अधिक लोग ठंड से राहत को तरसे

कुल्लू अग्निकांड: 136 से अधिक लोग ठंड से परेशान, तांदी गांव में भीषण आग से करोड़ों का नुकसान

कुल्लू जिले की बंजार घाटी में स्थित तांदी गांव भीषण अग्निकांड का शिकार हुआ, जिसमें आधे गांव का अस्तित्व राख में तब्दील हो गया। इस हादसे ने 136 से अधिक लोगों को बेघर कर दिया, जो अब सर्द रातों में ठंड से बचने की चिंता में हैं।

भीषण अग्निकांड का कहर:
बुधवार दोपहर करीब 3:00 बजे शुरू हुई इस भयावह आग की लपटें वीरवार तक उठती रहीं। काष्ठकुणी शैली में बने घर पूरी तरह जल गए, जिससे माहौल गमगीन हो गया। बेबस बुजुर्ग और महिलाएं अपने जले हुए आशियानों को नम आंखों से देखते रहे।

आग बुझाने का कठिन प्रयास:
अग्निशमन विभाग की बंजार, लारजी और कुल्लू टीम ने लगातार 20 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल वाहन बुधवार शाम से वीरवार शाम तक पानी की बौछार करते रहे। इस अग्निकांड में करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है।

स्थानीय विधायक का दौरा:
वीरवार सुबह स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने सरकार से राहत और पुनर्वास की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया।

स्थानीय लोगों का दर्द:
गांव के निवासियों हेत राम ठाकुर, दलीप सिंह, दुनी चंद, और यज्ञ चंद ने कहा कि इस अग्निकांड ने उन्हें जीवनभर के लिए गहरे जख्म दिए हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि इस हादसे ने उनके जीवन को कैसे बदल दिया।

भविष्य के लिए सवाल:
यह घटना स्थानीय प्रशासन और अग्निशमन सेवाओं की तैयारी पर सवाल खड़े करती है। गांव के लोग अब राहत और पुनर्वास की उम्मीद में हैं।

निष्कर्ष:
कुल्लू का तांदी गांव इस विनाशकारी अग्निकांड के बाद पुनर्निर्माण और राहत के इंतजार में है। सरकार और समाज की मदद से यह गांव जल्द ही अपनी पहचान वापस पा सकता है।

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