मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में इलाज के दौरान व्यक्ति की मौत पर हंगामा, परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश): मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के आपातकालीन वार्ड में सोमवार देर शाम उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब उपचार के दौरान 52 वर्षीय व्यक्ति प्रकाश चंद की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिजनों का आरोप: इलाज में बरती गई लापरवाही
मृतक प्रकाश चंद के बेटों राजेश कुमार और रवि कुमार तथा भाई संजय कुमार ने आरोप लगाया कि प्रकाश चंद की हालत ठीक थी, लेकिन डॉक्टरों द्वारा अचानक इलेक्ट्रिक शॉक दिए जाने से उनकी हालत बिगड़ गई। परिवार वालों ने बताया कि प्रकाश चंद ने इलेक्ट्रिक शॉक देने से मना भी किया था, लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर ने जबरन शॉक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
डॉक्टर पर दुर्व्यवहार और लापरवाही के आरोप
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि जब डॉक्टर से इलेक्ट्रिक शॉक देने से मना किया गया, तो उसने बदतमीजी की और मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार किया। मृतक के परिजनों ने कहा कि मरीज की मौत के बाद डॉक्टर ने डेड बॉडी को बाहर फेंकने तक की बात कही, जिससे परिजनों में रोष फैल गया।
पुलिस को सूचना, डॉक्टर ड्यूटी छोड़कर हुआ फरार
मामले की जानकारी मिलने के बाद सदर थाना हमीरपुर की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। परिजनों का आरोप है कि मामले की सूचना मिलने से पहले ही डॉक्टर ड्यूटी छोड़कर फरार हो गया। एसएचओ हमीरपुर यादेश ठाकुर ने बताया कि पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतक को छाती में दर्द के बाद लाया गया था अस्पताल
प्रकाश चंद, निवासी संगरोह (हमीरपुर), को शाम 7:00 बजे के करीब छाती में दर्द की शिकायत पर आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही अचानक उनकी हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया।
अस्पताल प्रबंधन का कोई बयान नहीं
घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा अधीक्षक से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।
पुलिस ने शुरू की जांच
सदर थाना प्रभारी यादेश ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।