रेस नहीं अभ्यास पर फोकस करें खिलाड़ी : बिंदिया रानी

धर्मशाला। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए रजत पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर एस बिंदिया रानी देवी ने खिलाड़ियों को रेस से दूर रहकर अभ्यास पर फोकस करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी का निरंतर अभ्यास ही उसे सफलता दिलाता है और देश-प्रदेश के लिए पदक जीतने में मदद करता है।

बिंदिया रानी ने शुक्रवार को धर्मशाला में शुरू हुई ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वेटलिफ्टिंग वूमेन चैंपियनशिप के बतौर विशेष अतिथि शिरकत की। देश के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय भारोतोलन प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाली बिंदिया रानी ने कहा कि वह आने वाली प्रतियोगिताओं के लिए नेताजी सुभाष चंद्र राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला में अभ्यास कर रही है।

उन्होंने कहा कि वह जब छोटी थी तो उनके राज्य मणिपुर की भारोत्तोलन खिलाड़ी संजीता खुमुकचन ने 2014 में कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक जीता था। उन्हें देखकर ही भारोत्तोलन खेले में कुछ करने की प्रेरणा मिली थी। आज उन्होंने जो नाम कमाया है, वह मणिपुर से देश के लिए पदक जीतने वाली खिलाड़ियों से मिली प्रेरणा और अभ्यास की बदौलत ही संभव हो पाया है।


उन्होंने कहा कि अब के समय में खेलों में सुविधाएं बहुत हो गई हैं। इससे खिलाड़ियों को आगे आने का मौका मिल रहा है। हमारे समय में सुविधाएं कम थीं, लेकिन खिलाड़ियों में जनून बहुत था। अगर हमारे अंदर जज्बा है तो हम अपने खेल को निखार कर देश के लिए मेडल जीत सकते है। खिलाड़ियों को रेस नहीं बल्कि अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए। रेस के चक्कर में अपने आप को इंज्री नहीं करनी करनी चाहिए। जब तक हम बिना चोट के है। हम आगे बढ़ सकते है। चोट के बाद आगे बढ़ने में परेशानियां आती है। इसके लिए हमें प्रतियोगिता में इंज्री से बचना चाहिए।
उन्होंने युवा वर्ग को संदेश देते हुए कहा कि देश के लिए खेलने का हमें अपने अंदर जनून और जज्बा पैदा करना होगा। इसके लिए लगातार अभ्यास की जरूरत है। इसके बाद ही हम देश के लिए मेडल जीतते हैं। बिंदिया रानी ने कहा कि वह आने वाले दिनों में एशियन गेम और ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए तैयारी कर रही है।



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